दाघीचि ऋषि एक महान हिंदू संत थे जिन्होंने अपनी शरीर दान करके देवताओं के लिए हथियार बनाने में मदद की थी। इनकी कथाएं रामायण और पुराणों में उल्लेखित हैं। दाघीचि ऋषि के हड्डियों से भगवान राम के धनुष को बनाया गया था जो उन्हें रावण के वध के लिए उपयोग किया गया था। इस प्रकार, दाघीचि ऋषि का बलिदान देवताओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण था। इस तरह से, दाघीचि ऋषि एक महान संत थे जिन्होंने अपने शरीर को देवताओं के लिए समर्पित कर दिया था।
आज कल प्रोडक्शन लिंक्ड स्कीम यानि प्ली काफी चर्चा में है. जैसा की भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इस योजना को सफलता पूर्वक अमलीजामा पहना रहे है. प्ली स्कीम का प्रयोग सबसे पहले मोबाइल फ़ोन उधोग में लागु करने और उसके सफल होने के बाद इसे बाकी उद्योगों में लागू किया गया. इस योजना के लागू होने के बाद भारत की छवी मोबाइल फोन आयातक से निर्यात बन गया है। इसकी वजह से आज भारत में लाखो प्रत्यक्ष और अप्रत्याक्ष रोजगार का सृजन हुआ है। जिस्का भारत के अर्थव्यस्थ को मजबूती मिली और साथ ही विदेशी मुद्रा की बचत भी हुई जो आयत के कारन दूसरो देशो को देनी पड़ती थी. अब ये योजना परिवहन निर्माण के क्षेत्र में भी लागू हुई है. जिससे अब इस क्षेत्र में भी उत्साह का माहौल है. और लाखो नै नौकरिया निकट भविष्य में श्रीजित होगी ऐसा अनुमान है. अगर हम इस योजना के अतीत में जाये तो इस सफल योजना का सबसे अच्छा उदहारण चीन में मिलता है. चीन ने आपने यहाँ उद्योगों के लगने और नई नौकरियों को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पे इस योजना को लागु किया. जिसके कारण उसके निर्यात में वृद्धि के साथ साथ पूरी दुनिआ में वर्ल्ड फैक्ट्री के